डीएस पाहवा द्वारा निर्मित 'कुछ मीठा हो जाये ' को पहले ही दिन दर्शकों से मिला स्टैंडिंग ओवेशन



डीएस पाहवा निर्मिति नाटक ''कुछ मीठा हो जाये'' जिसका निर्देशन किया है प्रख्यात निर्देशक रमन कुमार ने , यह नाटक हाल ही मैं बांद्रा के रंगशारदा में हुआ। यह एक माँ-बेटी की जिंदगी मैं होनेवाली भावनात्मक उतार-चढ़ाव की कहानी पर निर्धारित है ।  इस कलाकृति मैं प्रख्यात अभिनेत्री सुधा चंद्रन और रिद्धिमा राकेश बेदी मुख्य भूमिका में दिखाई दिए तथा अवतार गिल, पैंटल, रवि गौसेन, पूजा राजपूत और हर्षिता शुक्ला ने सहायक भूमिका निभाई। 

"ये नाटक एक मधुर रिश्ते की कहानी है जो कीसी कारणवश इसमें कड़वापन आ जाता है । निर्माता डी एस पाहवा ने कहा-मुझे खुशी है कि इसे पहली बार में ही दर्शोको से स्टैंडिंग ओवेशन मिला । निर्माता के ब्यान  को सहयोग करते हुए निर्देशक रमन कुमार ने आगे कहा '' दर्शकों  से इस प्रकार मिली सराहना यह दर्शाती है की माँ- बेटी के इस रिश्ते को दर्शकों ने काफी पसंद किया है। 

अभिनेता अवतार गिल ने दिनेश कुमार उर्फ डीके की भूमिका निभाई है, जो सुधा चंद्रन के किरदार सागरिका के  दोस्त है। अभिनेता पेंटल ने एक तबला वादक का किरदार निभाया है जो सागरिका (सुधा चंद्रन) के एक वफादार और घनिष्ट मित्र है, जबकि रवि गोसाईं ने रीमा (रिधिमा राकेश बेदी) के पति का किरदार निभाया है। रिधिमा जिसने सागरिका की बेटी रीमा के किरदार को निभाया है, यह किरदार एक ऐसी बेटी का है जो अपनी मां को अपने पिता के शराब की लत , उनके अकस्मात और अप्राकृतिक मौत की जिम्मेदार मानती है। दर्शकों ने इसके प्रदर्शन और संवाद की खूब सराहना की।

भारतीय मनोरंजन उद्योग के साथ डीएस पाहवा का जुड़ाव 70 के दशक में हुआ, जहां दिल्ली  में सिनेमा हॉल चलाने से लेकर उन्होंने 40 से अधिक हिंदी फिल्मों  का वितरण किया। फिल्म वितरण के अलावा, डीएस पाहवा ने कई बॉलीवुड हस्तियों के साथ कई समीक्षकों द्वारा प्रशंसित नाटकों का निर्माण किया है। ''कुछ मीठा हो जाये  '' इस नाटक को भी अच्छी तरह से आकार दिया गया ।

रंग शारदा के सफल शो के बाद टीम ''कुछ मीठा हो जाये'' तैयार है  रॉयल ओपेरा हाउस, मुंबई में होनेवाले अगले शो के लिए। इसके पश्तात इस नाटक के देशभर में अनेक दौरे तय है।

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